Trainin Center, Handloom

Training Center-  हथकरघा  बन रहा है आजीविका का साधन

सागर वॉच।
विचार समिति द्वारा स्वदेशी वस्त्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र से 300 सफल हथकरघा बुनकरों के बाद नये हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ श्रीमति सरोज मलैया द्वारा तिलकगंज में किया गया। 

हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र के बारे में समिति कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत ने जानकारी दी कि 8 हथकरघा मशीनों के साथ यह प्रशिक्षण दो सत्रों के माध्यम से संचालित होगा। जिसमें 1:00  बजे से 3:30 बजे व दूसरा बैच 3:30 से 6:00 तक नियमित जारी रहेगा। प्रत्येक बैच में 15 से 20 प्रशिक्षणार्थी ट्रेनिंग ले सकते हैं। प्रशिक्षण के लिए महिलाएं एवं पुरुष विचार समिति कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

यह प्रशिक्षण पूर्णता निःशुल्क होगा, जिसका लाभ इच्छुक महिला एवं पुरुष वर्ग सभी ले सकते हैं। प्रशिक्षण में उन्हें चादर बनाना, टॉवल, साड़ी, धोती एवं पंचा बनाना सिखाया जाएगा।
       
समिति संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने बताया कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की प्रेरणा से  विचार समिति हथकरघा को आजीविका का साधन  बना रही है। साथ ही सागर के सामाजिक, आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है। 

समिति उपाध्यक्ष सौरभ रांधेलिया ने हौसला अफजाई करते हुए सबसे पहले कपड़ो का ऑडर दिया। साथ ही उन्होंने कहा स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। यह लघु उद्योगों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हथकरघा केंद्र प्रशिक्षक भाग्यश्री राय केंद्र की जानकारी साझा करते हुए कहा कि 75 दिवस के अंतराल में इस कार्य को कुशलता पूर्वक सीखा जा सकता है। कार्यक्रम में सचिव आकांक्षा मलैया, प्रीति मलैया, आकाश जैन, प्रीति जैन, रजनी जैन, नीलू सागर आदि उपस्थित थीं।
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