Conference on Diabetes- बुंदेलखंड में तेजी से बढ़ रही है मधुमेह के रोगियों की संख्या

Conference on Diabetes- बुंदेलखंड में तेजी से बढ़ रही है मधुमेह के रोगियों की संख्या

सागर वॉच। 
सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में मधुमेह रोग के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है,इस रोग के  के होने कारणों उससे बचने के उपायों के बारे में लोगों की अनभिज्ञता के कारण मरीजों की परेशानियाँ बढ़ रहीं हैं। इन्हीं  विषयों पर मंथन के लिए  सागर शहर में डायबिटीज पर एक प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन 25-26 जून को हो रहा है। इस संगोष्ठी में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं आसपास के लगभग 300 डॉक्टर भाग लेंगे।

भारत में मधुमेह(डायबिटीज) रोग के दस हजार से ज्यादा विशेषज्ञों की सबसे बड़ी संस्था आरएसएसडीआई के तहत गठित सागर डायबिटीज फोरम के द्वारा आयोजित होने जा रही  इस प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी के बारे में चिकित्सक राजेंद्र चौदा व् प्रोमिश जैन ने बताया कि  बुंदेलखंड के इतिहास में डॉयबिटीज की स्टेट कॉन्फ्रेन्स पहली बार होने जा रही है। 

संगोष्ठी में पद्मश्री डॉ. अनूप मिश्रा जी, RSSDI के नेशनल प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ. बी. एम. मक्कड़, डॉ. पी.सी. मनोरिया, डॉ. विंद भारद्वाज, डॉ. सुशील जिंदल, डॉ. सुनील एम. जैन, डॉ. सचिन गुप्ता, संदीप जुलका, डॉ. उमेश मसंद एवं डॉ. मनीषा सिंह जैसी लगभग 50 हस्तियाँ अपने व्याख्यान देंगी। 

उन्होंने बताया कि इस कान्फ्रेन्स का मुख्य उद्देश्य शक्कर की बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करना है, साथ ही उन्हें डॉयबिटीज से होने वाले खतरों से बचाना है.। क्योंकि शक्कर की बीमारी से ही ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, लकवा, किडनी में खराबी, अंधापन, पैरों का सुन्नपन होना एवं नपुंसकता होती है।  कई दफा अनभिज्ञता के कारण समय पर इलाज ना मिलने से मरीज परेशान हो जाते हैं..

पहले दिन दो वर्कशाप भी रखे हैं । इंसुलिन वर्कशाप में इन्सुलिन से सम्बंधित सभी जानकारी दीं जायेगी। दूसरा डॉयबिटीज पैरों के काटने (amputation) का मुख्य कारण है।  एक वर्कशॉप डॉयबिटीज से पैरों में जो घाव हो जाते हैं उनसे कैसे बचा जाये, साथ ही पैरों को काटने से कैसे बचाया जाए, इस पर केंद्रित हो गई। 

इस कान्फ्रेन्स में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं आसपास के लगभग 300 डॉक्टर भाग लेंगे। सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में डॉयबिटीज के मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है, अनभिज्ञता के कारण मरीजों को परेशान होना पड़ता है। 

इस कान्फ्रेन्स के माध्यम से हमारा उद्देश्य डॉयबिटीज के मरीजों को सागर में ही रहकर अच्छी से अच्छी सुविधाएँ प्रदान करना है। डॉयबिटीज के मरीजों को सतत् निगरानी की आवश्यकता होती है। हम इस कान्फ्रेन्स के माध्यम से आसपास के क्षेत्रों के डॉक्टरों एवं पैरामेडीकल स्टाफ को भी इस बीमारी से होने वाली परेशानियों से अवगत करायेंगे।

कार्यक्रम से संबंधित अग्रिम जानकारी के लिए मीडिया प्रभारी  आशीष राजपूत (मो.नं. 9981511110) से संपर्क कर सकते हैं।
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