News In Short-17 Mar 22-‘‘वैद्य आपके द्वार‘‘ योजना सम्मानित
News In Short : ख़बरें संक्षेप में
सागर वॉच / 17 मार्च 2022
प्रधानमंत्री आवास योजना की अवधि मार्च 2024 तक बढ़ेगी
↺ नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने गुरूवार को नई दिल्ली में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी से भेंट की। नगरीय विकास मंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) की अवधि मार्च 2024 तक बढा़ने का अनुरोध किया।
मंत्री श्री सिंह ने श्री पुरी को बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के बीएलसी घटक में हितग्राहियों द्वारा विशेष रूचि ली जा रही है। उन्होंने कहा कि फरवरी 2022 में 67 हजार 286 हितग्राहियों के प्रस्ताव केन्द्र में स्वीकृति के लिए विचाराधीन हैं।
मार्च माह में भी 40 हजार हितग्राहियों ने बीएलसी घटक में आवास के लिये आवेदन किया है, जिनके प्रस्ताव भी भारत सरकार को भेजे जा रहे हैं। श्री सिंह ने प्रस्तावों की स्वीकृति के लिये केन्द्रीय मंत्री श्री पुरी से अनुरोध किया। श्री पुरी ने अधिकारियों को मध्यप्रदेश के लंबित प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत करने के निर्देश दिये।
नदियों एवं जल-स्रोतों को प्रदूषण मुक्त रखने केन्द्र देगा तकनीकी सहयोग
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने राज्य की सभी नदियों एवं जल-स्रोतों को प्रदूषण से 100 प्रतिशत मुक्त रखने के लिये गंगा एक्शन प्लान या अन्य अनुभव के आधार पर मार्गदर्शन देने का आग्रह किया। श्री पुरी ने इस संबंध में तकनीकी मार्गदर्शन देने के लिये एक टीम मध्यप्रदेश भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में मिल रहे केन्द्र सरकार के लगातार सहयोग से प्रदेश ने योजना के क्रियान्वयन में देश में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। वर्तमान में बीएलसी घटक में 6 लाख 28 हजार आवास स्वीकृत किये जा चुके हैं। सभी घटकों में मिलाकर अब तक 8 लाख 68 हजार आवास स्वीकृत हो चुके हैं।
कचरे को अलग-अलग डस्टबिनों में एकत्रित करें
↺ स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत नगर निगम आयुक्त द्वारा नागरिकों को कचरे के प्रकार की जानकारी देने और उसके अनुसार कचरा गाड़ियों में बनवाये गये 5 प्रकार के बाक्सों में अलग-अलग डालने हेतु वार्ड में नागरिकों को जागरूक कराया जा रहा है जिसके लिये जोन प्रभारियों, सफाई दरेागा और रेमकी कंपनी की टीमों का गठन कर टीम के सदस्यों द्वारा कचरा गाड़ी के साथ जाकर नागरिकों को अलग-अलग कचरा गाडियों में लगे बाक्सों में देने प्रेरित किया जा रहा है।
वार्ड के सफाई दरोगा, सफाई मित्र, जोन प्रभारी एवं अन्य सदस्यों द्वारा नागरिकों को कचरा गाड़ी में बने अलग-अलग बाक्सों के कलर के संबंध में बताया जा रहा है कि हरा बाक्स जिसमें घरों से निकलने वाला गीला कचरा जैसे फल एवं सब्जी के छिलके, गीली चाय पात्ती आदि जिसके पृथक से घर के डस्टबिन में एकत्रित कर हरे रंग के बाक्स में डालना है।
नीले बाक्स में सूखा कचरा जिसमें कागज, गत्ते के टुकड़े आदि आते है को गाडी में बने डालना है
पीले रंग का डब्बा जिसमें चिकित्सकीय कचरा जिसमें डाईपर, सेनेटरी पेड, मास्क, एक्सपायरी डेट की दवाईयों आदि को डालना है।
काले रंग का डब्बा जिसमें इलेक्ट्रानिक्स कचरा जैसे खराब मोबाईल, सेल, मोबाईल की बैटरी आदि को डालना है।
लाल रंग का डब्बा का है जिसमें उस कचरे को डालना है जिसका पुर्नचक्रण हो सकता है।
इस प्रकार हम घरों में भी इन कचरे को अलग-अलग डस्टबिनों में एकत्रित करें और अलग-अलग ही गाड़ी में बने बाक्सों में डालकर स्वच्छ सर्वेक्षण में जागरूकता का परिचय देते हुये सहयोग करें।
अमानक पॉलीथीन विक्रेताओं के खिलाफ कारवाई
↺ स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत नगर निगम एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की टीम द्वारा संयुक्त रूप से 5 अमानक पॉलीथीन का विक्रय करने वालो दुकानदारों के विरूद्व कार्यवाही की। जिसनें लगभग 28 किलो पॉलीथीन को जब्त किया गया और दोषी दुकानदारों के विरूद्व 1-1 हजार रूपये का जुर्माना किया गया।
इस संयुक्त रूप से की गई कार्यवाही में दीपक प्लास्टिक क्यामगाह के सामने कटरा बाजार से 5 किलो 570 ग्राम, परसुराम प्लास्टिक सेंटर विजय टाकीज रोड से 6 किलो 700 ग्राम, आगम प्लास्टिक एवं डिस्पोजल एण्ड क्राकरी लिंक रोड से 6 किलो 630 ग्राम, अंकित-अनिल एंजेसी नया बाजार से 5 किलो, हीरा पन्नी वाले नया बाजार से 5 किलो अमानक पॉलीथीन जप्त करते हुये प्रत्येक दुकानदार पर 1-1 हजार रूपये की राशि का जुर्माना किया गया।
इस संबंध में निगमायुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि अमानक पॉलीथीन स्वास्थ्य के अलावा पर्यावरण और सफाई व्यवस्था में भी बड़ी बाधक है इसको बाहर फेंकने से यह उस स्थान को प्रदूषित करती है जानवरों के लिए असामयिक मृत्यु की वजह बनती है तथा नालियों को भी अवरुद्ध कर देती है। इसलिये पॉलीथीन की जगह नागरिकगण कपड़े से बने थैलों का उपयोग करें ताकि अमानक पॉलीथीन पर रोक लग सकें।
‘‘वैद्य आपके द्वार‘‘ योजना
↺ आयुष विभाग के टेलीमेडिसिन एप ‘‘आयुष क्योर” को प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर रजत पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । ‘‘वैद्य आपके द्वार” योजना में विकसित आयुष क्योर एप को प्रतियोगिता के विभिन्न चरणों में विषय-विशेषज्ञों तथा प्रबंधन विशेषज्ञों द्वारा सराहा गया । इसे जन-सामान्य में अधिक से अधिक प्रचारित करने का सुझाव भी दिया गया है ।
आयुष विभाग का यह एप गुगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है । इसके माध्यम से नागरिक घर बैठे ही आयुष डॉक्टरों से परामर्श प्राप्त कर सकते हैं । एप के द्वारा ही रिपोर्ट भेजने तथा उपचार संबंधी दिशा-निर्देश प्राप्त करने की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है ।
मध्यप्रदेश में अब तक 37 हजार से ज्यादा यूजर द्वारा आयुष क्योर एप डाउनलोड किया जा चुका है । एप पर बुकिंग करने वालों में से 88 प्रतिशत लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया है । आयुष विभाग द्वारा शुरू की गई ‘‘वैद्य आपके द्वार‘‘ योजना के जरिये घर बैठे आयुष चिकित्सा विशेषज्ञ से लाइव वीडियो कॉल द्वारा निःशुल्क चिकित्सा परामर्श लिया जा रहा है।
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