Smart-Working-Will-Make-Cities-Smart-परियोजना-की-राशि-बड़े-विकास-कार्यों-में-खर्च-हो-मंत्री
सागर वॉच। नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि स्मार्ट सिटी में सीईओ के पद पर कार्यरत अधिकारी का सोच विकास आधारित होना चाहिए। स्मार्ट सिटी परियोजना का पैसा छोटे-छोटे कार्यों में खर्च करने की नीति उचित नहीं है, परियोजना की राशि बड़े विकास कार्यों में खर्च की जाना चाहिए.सागर के विकास के लिए एक साथ इतनी अधिक राशि मिलना आगामी कई वर्षों तक संभव नहीं हो सकेगा।
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मीडिया से अनौपचारिक चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी सागर में चल रहे अधिकांश विकास एवं निर्माण कार्य आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पूरे करा लिए जाएंगे.उन्होने कहा कि ऐसे में निर्माण कार्यो को पूरी गुणवत्ता और मजबूती के साथ कराया जाना चाहिए.
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव पर आरक्षण को लेकर जब तक हाई कोर्ट में मामला लंबित है तब तक चुनाव कराने के संबंध में कुछ भी कहना कठिन है. सरकार सभी पक्षों पर सोचकर निर्णय करेगी।
सागर में राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय खुलने की फिलहाल परिस्थितियां नहीं हैं सरकार के पास फिलहाल इस संबंध में कोई प्रस्ताव लंबित भी नहीं है यह बात नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र ठाकुर ने कहीं उन्होंने कहा कि सागर में छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर का नोडल केंद्र शीघ्र प्रारंभ करने की पहल की जाएगी जिससे सागर में निवासरत विद्यार्थियों को छोटी-छोटी समस्याओं के निराकरण के लिए छतरपुर नहीं जाना पड़ेगा।
मंत्री सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी में सीईओ के पद पर कार्यरत अधिकारी का सोच विकास आधारित होना चाहिए अधिकारी आईएएस होने मात्र से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता प्रदेश में कई अन्य स्मार्ट सिटी में सीईओ के पद पर आईएएस अधिकारी है लेकिन वहां चल रहे काम संतोषजनक नहीं हैं।
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