National Women Parliament,G-20

National Women student Parliament-जी-20 का नेतृत्व भारत के लिए अंतर राष्ट्रीय उपलब्धि

SAGAR WATCH
/ डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में भारतीय विश्वविद्यालय संघ के तत्वाधान में चल रही प्रथम महिला छात्र संसद के दूसरे दिन संसद के तीसरे एवं चौथे सत्र का आयोजन हुआ। आठ राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्रतिभागी छात्राओं ने "संघीय शक्ति संरचना में केंद्र की भूमिका" एवं "जी20 का नेतृत्व और भारत में नेतृत्व की भूमिका" विषय पर पक्ष और विपक्षीय दल के सदस्यों के आधार पर अपने विचार रखे।

महिला छात्र संसद के तीसरे सत्र का विषय संघीय शक्ति संरचना में केंद्र की भूमिका रहा। इस सत्र में विपक्षीय दल का प्रतिनिधित्व कर रही विभिन्न विश्व विद्यालय की छात्राओं ने सत्ता दल पर प्रश्न खड़े करते हुए कहा कि सत्ताधारी दल अपने अनुकूल संविधान के अनुच्छेद जैसे 370 आदि में परिवर्तन लाता जा रहा है।वहीं पक्ष ने इन सभी संसाधनों को जन मानस के हित में बताया।

महिला छात्र संसद के चौथे सत्र के विषय "जी 20 का नेतृत्व और भारत में नेतृत्व की भूमिका" पर भी पक्ष और विपक्ष ने सदन में अपने विचार रखे। सत्ता पक्ष ने इसे वसुधैवकुटुंबकम् के ध्येय वाक्य से जोड़कर इसे भारत की अंतर राष्ट्रीय उपलब्धि बताया। 

भारत के मूल्यों एवं संस्कृति को दूसरे देशों के साथ साझा करने के साथ ही उनकी समस्याओं के निराकरण पर काम करने जैसे विचार व्यक्त किए। इन सभी को नकारते हुए विपक्ष ने इसे दूसरे गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाने वाला बताया। 

विपक्षी वक्ताओं ने कहा कि जिस देश में शिक्षक, एक गुरु और छात्र का अनुपात ही एक लाख विद्यार्थियों पर एक गुरु हो वह कैसे अपने आप को इस सम्मेलन की अध्यक्षता से विश्व गुरु बनने के सपने देख सकता है। 

विपक्षीय वक्ताओं ने सत्ता पक्ष को महिलाओं, बेरोजगारी, शिक्षा जैसे गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने हेतु इस सम्मेलन की अध्यक्षता का प्रचार करने वाला बताया। महिला छात्र सांसदों ने एक दूसरे के प्रश्नों के तात्कालिक उत्तर देते हुए प्रतिवाद किया जिससे महिला छात्र संसद जीवंत संसद का प्रतिरूप बनकर दिखाई दी। 

देश भर से आई हुई विभिन्न विश्वविद्यालयों की छात्राओं ने अपने पक्ष और विपक्ष की भूमिका को बखूबी निभाया और संसद कार्यप्रणाली में प्रतिभागिता दर्शाई।
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