News In Short-19 Mar 22-सागर के व्यापारियों ने बाजार से गायब की फलाहार खाद्य सामग्री

News In Short-19 Mar 22-सागर के व्यापारियों ने  बाजार से गायब की  फलाहार खाद्य सामग्री


News In Short : ख़बरें संक्षेप में 

सागर वॉच/29 मार्च 22


नकली सेंधा नमक बेचने वाला एक और विक्रेता आया फंदे में 

↺ नवरात्र त्यौहार को दृष्टिगत फलाहार में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों में होने वाली मिलावट की  जांच हेतु खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाया गया है इस अभियान के अंतर्गत मंगलवार को  खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने नए बाजार स्थित थोक  किराना व्यापारियों की जांच आरंभ की 

जांच के दौरान अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकानों से फलाहार में इस्तेमाल होने वाला सिंघाड़े का आटा, राजगिरे का आटा और सेंधा नमक दुकान में ना होना बताया जबकि  श्याम जी गृह उद्योग के नाम से सेंधा नमक जय किराना पर पाया गया जो प्राथमिक जांच में आयोडीन नमक से निर्मित होना पाया गया

पूछताछ करने पर विक्रेता श्याम कोटवानी ने बताया कि उसके द्वारा पूर्व में सेंधा नमक का निर्माण आयोडीन नमक की डस्ट से कर दुकानों में सप्लाई किया जाता था फैक्ट्री के संबंध में पूछताछ करने पर श्याम कोटवानी ने बताया कि वर्तमान में काम बंद कर चुका है एवं उसके पास जो पैकेट दुकान पर रखे हैं वह पिछले वर्ष के हैं पैकेट ऊपर किसी प्रकार की कोई तिथि भी अंकित नहीं पाई गई सैंपल के नमूने लिए गए हैं एवं श्याम कोटवानी के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है

इस अभियान के अंतर्गत आम लोगों को सेंधा नमक के परीक्षण के संबंध में यह सूचना देना आवश्यक है इसका परीक्षण बहुत ही आसान है आलू को बीच से लेकर के दो टुकड़े कर लिए जाएं एवं कटे हुए भाग पर कुछ सेंधा नमक एक चुटकी डाला जाए एवं नींबू दो बूंद निचोड़ा जाए यदि रंग नीला हो जाए तो इसका मतलब सेंधा नमक आयोडीन नमक से बना हुआ है जो कि गलत है और नकली सेंधा नमक है  यदि कोई रंग नहीं आता है इसका मतलब है सेंधा नमक असली है।

प्रदूषण का हाल बताने शहर में लगेंगे प्रदर्शन पटल

प्रदूषण का हाल बताने शहर में लगेंगे प्रदर्शन पटल 

↺ म.प्र.प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा शहर के प्रमुख स्थानों पर कुल 5 एल.ई.डी. डिस्पिले बोर्ड लगाये जा रहें है इस सिलसिले में स्थान तय करते समय निगमायुक्त  ने सुझाव दिया कि मौसम संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी होती है जिसका हमारे दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी है इसलिये इन्हें मुख्य सड़को के किनारे आस पास भीड़ भाड वाले क्षेत्रों में लगाया जाये।
इन स्थानों पर लगेंगे प्रदर्शन पटल :- 1.पं.मोतीलाल म्यूनिसिपल स्कूल के सामने कटरा बाजार 2. महाकवि पदमाकर सभागार के सामने मोतीनगर चौराहा, 3. अटल पार्क जिला चिकित्सालय रोड़, 4. विष्वविद्यालय रोड स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा के पास सिविल लाईन, 5. मकरोनियॉं क्षेत्र में।

30 वां दीक्षांत समारोह 26 अप्रैल को

↺ डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर का  30 वें दीक्षांत समारोह   26 अप्रैल 2022 दिन मंगलवार को आयोजित होगा दीक्षांत समारोह में सीबीसीएस प्रणाली के अंतर्गत वर्ष 2020 और 2021 में उत्तीर्ण नियमित स्नातक एवं स्नातकोत्तर तथा 15 नवंबर 2019 के उपरान्त पी-एचडी, डी.एस.सी अथवा डी.लिट उपाधि अर्जित अभ्यर्थी दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हो सकेंगे 

इसके लिए अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर दिए गये लिंक पर निर्धारित शुल्क के साथ पंजीयन कराना अनिवार्य होगा जो अभ्यर्थी दीक्षांत समारोह में उपस्थिति के बिना डिग्री प्राप्त करना चाहते हैं, वे भी निर्धारित शुल्क के साथ पंजीयन कर सकते हैं दीक्षांत समारोह के उपरांत डिग्री उनके पते पर प्रेषित की जायेगी

जिन छात्रों ने पूर्व में पंजीयन कराया है उन्हें पुनः पंजीयन करने की आवश्यकता नहीं है पंजीकृत छात्रों को प्रवेश पास /पत्र जारी कर दिया जायेगा

दीक्षांत समारोह के मुख्य समन्वयक प्रो. नवीन कानगो ने बताया कि अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर दिए गये लिंक पर 05 अप्रैल 2022 की रात्रि तक ऑनलाइन पंजीयन कर सकते हैंजो अभ्यर्थी दीक्षांत समारोह में व्यक्तिशः सम्मिलित होंगे उन्हें दीक्षांत पोशाक प्रदान किया जाएगा जिसे वे स्मृति के रूप में रख सकते हैं समारोह में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के लिए दीक्षांत पूर्वाभ्यास भी आयोजित होगा जिसकी सूचना विश्वविद्यालय वेबसाईट पर अलग से दी जायेगी  



सागर के विद्यार्थियों को मूल प्रमाण-पत्र साथ ले जाने की बाध्यता से मिली मुक्ति 

↺ डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के डिजिटल अकादमिक प्रमाणपत्र (डिग्री, डिप्लोमा, एवं ग्रेड शीट अब डीजी-लाकर पर उपलब्ध है वर्ष 2021 में जिन विद्यार्थियों ने सीबीसीएस माध्यम से पाठ्यक्रम पूर्ण किया है वे विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर दिए गये लिंक पर जाकर अपना डिजिलॉकर खाता बना सकते हैं। इस पोर्टल पर खाता बना लेने से विद्यार्थी के अकादमिक प्रमाणपत्रों का पुष्टिकरण में भी सुविधा होगी साथ ही मूल प्रमाण-पत्र के साथ ले जाने की बाध्यता से भी राहत मिल सकेगी
Share To:

Sagar Watch

Post A Comment:

0 comments so far,add yours