Milk Market-उप्र में भी धूम मचा रहे हैं मप्र में बने साँची दूध के उत्पाद

Milk Market-उप्र में भी धूम मचा रहे हैं मप्र में बने साँची दूध के उत्पाद

सागर वॉच/
बुन्देलखण्ड सहकारी दुग्ध संघ सागर ने पिछले पांच सालोंमें अच्छी प्रगति की है। चालू वित्तीय  वर्ष में संघ तीन करोड़ के मुनाफे में है। बेहतर गुणवत्ता  के चलते लोगों का भरोसा अब साँची के उत्पादों  पर हो चला है सागर संभाग  के अलावा ललितपुर, झाँसी और अशोकनगर में भी इसकी पहुंच हो गई है। दूध में शुद्धता का परीक्षण के लिए अत्याधुनिक लेब है । 

झांसी और ललितपुर में भी पहुंचे साँची के उत्पाद 

साँची के कई उत्पाद लोकप्रिय होने लगे है। जैसे दही, श्रीखण्ड लस्सी आदि की खपत गर्मियों में बढ़ती है। उसी के मुताबिक प्लांट चलता है।साँची की शुध्दता के कारण साख और व्यापार बढ़ा है। यूपी के झांसी और ललितपुर तक हमारा दूध जाता है। पिछले दोवर्षों से कोरोना काल के कारण दही, मठा, लस्सी और आइस्क्रीम जैेसे उत्पादों की बिक्री कम हुई थी लेकिन इस वर्ष गर्मी में इन उत्पादों की बिक्री तेजी से बढऩे की संभावना है।


साँची का 
मिलावट से मुक्त अभियान

इसके साथ ही मिल्क पार्लरों पर दूध की शुद्धता नापने स्ट्रिप रखी जा रही है। उपभोक्ता इनका उपयोग कर सकता है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप मिलावट से मुक्त  अभियान के तहत दुग्ध संघ ने अपने विभिन्न ८पार्लरों पर दूध की शुद्घता नापने की व्यवस्था शुरू की है। आनेवाले समय में सभी पार्लरों पर ग्राहकों को इस तरह की सुविधा उपलब्ध रहेगी। कोई भी ग्राहक इस व्यवस्था के तहत किसी भी समय दूध की शुद्धता का आंकलन करा सकता है। 


संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि पिछले 5 साल में बुंदेलखंड दुग्ध सेवा समिति ने पर्याप्त प्रगतिकी है। वर्तमान में 26 स्थाई कर्मचारी अधिकारियों के भरोसे यह संयंत्र संचालित हो रहा है। लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत की मशीनरी के माध्यम से यह संयंत्र शुरू हुआ था।आरएस कटिंग व अन्य व्यवस्थाओं के चलते इस प्लांट की कीमत 10 करोड़ हो गई है। वर्तमान में 686 समितियों के जरिये करीब 40 हजार लीटर दूध संग्रह हो रहा है। 

नए दुग्ध पार्लर खोलने की तैयारी 

रोजाना 30000 लीटर दूध सप्लाई करने की क्षमता संयंत्र में है। इसके साथ ही पेड़ा, घी, दही, लस्सी, श्रीखण्ड, पनीर, बटर,छेना रबड़ी मठा आदि बाजार में उपलŽध कराए जा रहे हैं। इसके लिए 65 मिल्क बूथ चलाये जा रहे हैं। 22 केंद्र सागर शहर में संचालित हैं। केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अप्रैल माह तक 8 नये पार्लर शुरू कराने का लक्ष्य रखा गया है।

अब साँची की आइसक्रीम भी मिलेगी बाज़ार में 

ग्राहकों को बकरी का दूध जबलपुर से और आईसक्रीम इंदौर से मंगाई जा रही है। सीईओ राजेश विजयवर्गीय बताते हैं किसाँची के प्रोड€ट अन्य क्पनियों के मुकाबले में बेहतर हंै।गुणवāाा का पूरा ध्यान रखा जाता है। मिलावट पर सख्ती है।इसके अलावा पशुपालकों को पशुओं की खुराक के लिए भी एक संतुलित आहार मुहैया कराया जा रहा है। ताकि दुधारू पशु स्वस्थ रहें। इसका संयंत्र भी सिरोंज़ा में ही लगा हुआ है।


बढ़ रहा है दूध के तैयार उत्पादों का बाज़ार 

उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड अंचल में अभी भी तैयार उत्पादों के सेवन का प्रचलन कम है। महानगरों के मुकाबले। इस कारण व्यापार कम है। लेकिन धीरे धीरे बाजार उठ रहा है। इस महीने से दूध के दाम बढ़ाये जा सकते है। अन्य कंपनियों ने दाम बढ़ा दिए है। 



उन्होंने बताया कि सांची के पार्लरों पर किसी भी प्रतिस्पर्धी संस्था के उत्पाद बेचने पर प्रतिबंध है कुछ स्थानों पर अन्य खाद्य सामग्री बेची जा रही है। लेकिन नशीले पदार्थों का विक्रय पार्लरों से नहीं होना चाहिए। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय परिसर में स्थित पार्लर में अन्य उत्पाद बेचने की शिकायत मिलने पर उसे नोटिस दिया गया है। कंट्रोल रूम से होता है संयंत्र प्रभारी  हेमराज सिंह पटेल ने पूरी प्रणाली से अवगत कराते हुए बताया कि एक नियंत्रण कक्षा  बना है। जहाँ से निरीक्षण  और संयंत्र का संचालन होता है। 


सबसे पहले समितियों से आने वाले दूध की जांच होती है। इसके लिए प्रयोगशाला  बनी है। मिलावटी दूध कम ही आता है। इस अंचल में नमक और शक्कर मिलाने की शिकायतें मिलती है जांच में नमक श€कर मिलने पर संबंधित विक्रेता से दूध की खरीदी नहीं की जाती है। प्लांट इंचार्ज हेमराज के अनुसार सीजन आता है तो अलग अलग उत्पाद  की खपत बढ़ती है। मांग  के अनुसार इनको बनाया जाता है। 
साँची का मिलावट से मुक्त अभियान

स्ट्रिप से जांचे शुद्धता संयंत्र के गुणवत्ता नियंत्रक  प्रभारी  बाल सिंह गहलोत बताते है कि प्रयोगशाला  में दूध का परीक्षण तो होता है। यदि कहीं कोई शिकायत साँची दूध में मिलती है तो उसका पैकेट भिजवा दे। यहां परीक्षण हो जाएगा। इसके अलावा अब ग्राहक मिल्क केंद्रों पर भी दूध की शुद्धता की जांच  नौ प्रकार की जांच-पट्टियों  के जरिये कर सकता है । इसके लिए शहर के आठ केंद्रों पर स्ट्रिप उपलŽध कराई गई है। इनकी कीमत 5 रुपये रखी गई है। गहलोत के अनुसार 9 तरह की मिलावट सामान्य तौर पर होती है। जिसकी टेस्टिंग स्ट्रिप आती है। इनको 8 पार्लरों पर मुहैया कराया गया है
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Sagar Watch

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