Seprate-Bundelkhand-State-BJP-MP-UP
उन्होंने बताया कि भाजपा नेताओं ने जनता से किया गया वायदा पूरा नहीं किया। इस 30 सितम्बर वायदे के 7 वर्ष 4 माह पूरे हो जायेंगे। सहाय ने बताया कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र की 35 देशी रियासतों से लिखित संधि के उपरांत 12 मार्च 1948 को विंध्य प्रदेश का गठन किया गया था जिसकी दो इकाईयां बुन्देखण्ड व बघेलखण्ड थी बुन्देलखण्ड की राजधानी नौगांव बनाई गई थी। किन्तु 1956 में राज्य पूनर्गठन आयोग के अनुसार बुन्देलखण्ड को उāार प्रदेश व मध्य प्रदेश में बांट दिया गया। तभी से अखण्ड बुन्देलखण्ड राज्य बनाने की मांग को लेकर संघर्ष किया जा रहा है।
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उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड में खनिज संपदा बिजली और पर्यटन स्थलों की भरमार है फिर भी यह क्षेत्र सरकारोंद्वारा की गई उपेक्षा के कारण अति पिछड़े क्षेत्रों में गिना जाता है। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान जो दल अपने घोषण पत्र में पृथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण की बात को शामिल करेंगे उसे ही मोर्चा द्वारा समर्थन दिया जायेगा।
सहाय ने बताया कि गुरूवार को सागर में जिला अधिवता संघ कार्यालय में अधिवताअेां से चर्चा कर बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु समर्थन मांगा गया इससे पहले मकरोनिया के गणेश एंजोरा मैरिज हॉल में एक बैठक आयोजित की गई जिसमें विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए और उन्हेांने बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण की मांग का समर्थन किया।
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30 सितम्बर को इसी शादी घर से मोटर साइकिल रैली के माध्यम से लोग कचहरी परिसर पहुंचेंगे। शहर के लोग बस स्टेण्ड के नजदीक एकत्र होकर कचहरी परिसर पहुंचेंगे। इस दौरान रघुराज शर्मा, रजनीश श्रीवास्तव, सूरज यादव, सुन्दर ग्वाला, डॉ विवेक तिवारी, यश यादव, अक्षय हजारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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