Raghu Thakur , PM Visit,
Sagar Watch News/ रघु ठाकुर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कल 24 अप्रैल 2024 को सागर चुनाव के दौरे पर आ रहे हैं। इसके पहले भी वह पिछले लोक सभा चुनाव के समय चुनाव प्रचार के लिए सागर आए थे और उन्होंने महान दानवीर शिक्षा विदऔर देश के महान सपूत डॉक्टर हरिसिंह गौर के बारे में सार्वजनिक स्वरूप से जनसभा में अपने विचार व्यक्त किए थे । उनकी प्रशंसा की थी।
यह सर्वविदित तथ्य है की देश में अगर किसी एक व्यक्ति के अपने निजी योगदान से एक ऐसा विश्वविद्यालय 1946में शुरू किया गया जो गरीबों के इस अंचल के लिए ,कमजोर लोगों के लिए पढ़ाई का सस्ता जरिया था ।
यह सारी दुनिया में शायद एकमात्र डॉक्टर हरिसिंह गौर का ही योगदान है। उन्होंने महिला अधिकारों के क्षेत्र में महिलाओं को बराबरी के अधिकार संपत्ति अधिकार दिलाने के लिए उन्हें वकालत के लिए अधिकार दिलाने के लिए जो प्रयास किये उन्हें भुलाना अकृतज्ञता होगी।
बुंदेलखंड की जनता इस उम्मीद में थी कि प्रधानमंत्री जी डॉक्टर हरि सिंह गौर को भारत रत्न की उपाधि से विभूषित करेंगे और इस अंचल की इच्छा की पूर्ति करेंगे। परंतु खेद है कि अंचल के करोड़ों जनता की आकांक्षा पूरी नहीं हो सकी ।
हम प्रधानमंत्रीजी से अपील करेंगे कि वह कल जनसभा में इन मुद्दों पर अपनी राय दें और समुचित संकेत दें ।
बुंदेलखंड अंचल की जनता का एक और बड़ा दुख है की इस अंचल की पांच रेल लाइन जो पिछले 12-13 वर्ष से स्वीकृत पड़ी है जिनमें सर्वेक्षण हो चुका है जिनका प्रस्ताव तैयार होकर रेलवे बोर्ड को पहुंचाया जा चुका है उनके काम को शुरू करने के लिए अभी तक रेलवे बोर्ड या भारत सरकार ने पैसा नहीं दिया है ।
यह दुखद है कि देश के सभी इलाकों में नई रेल लाइनों के लिए पैसा दिया जा रहा है परंतु बुंदेलखंड अंचल इससे छूटा हुआ है। इन लाइनों से न केवल सस्ता यातायत होगा बल्कि यात्रियों का समय बचेगा ।बल्कि बड़े पैमाने पर डीजल पेट्रोल की खपत भी कम होगी ।
अंचल में कृषि आधारित उद्योग शुरू हो सकेगें तथा किसान सीधे महानगरों के बाजार तक पहुंच सकेंगे। ललितपुर से सागर देवरी छिंदवाड़ा ,छतरपुर से सागर राहतगढ़ होकर भोपाल, ललितपुर से गुना और झांसी से शिवपुरीहोकर श्योपुर तथा भिंड से उरई जालौन होकर बांदा तक की रेल लाइन स्वीकृत पड़ी है। केवल पैसा की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्रीजी बेहतर जानते हैं कि रेल लाइन कोई एक वर्ष में तैयार नहीं होते उनके तैयार होने में आमतौर पर चार-पांच साल या कभी-कभी ज्यादा भी लग जाते हैं। अगर इनका काम भी शुरू हो गया होता तो आज कम से कम आधी आबादी तो लाभ ले रही होती।
समाजवादी चिन्तक श्री ठाकुर ने उम्मीद जताई कि वह कल अपनी सभा में इन पांच स्वीकृत रेल लाइनों के बारे में भी कुछ कहेंगे और जनता को आश्वस्त करेंगे ।बुंदेलखंड के जनप्रतिनिधी पुराने या संभावित अपने राजनेतिक हित के लिए कमजोर हो सकते हैं परंतु बुंदेलखंड का जनम त कमजोर नहीं है।
अगर प्रधानमंत्री जी इन दोनों बातों पर गौर सा को भारत रत्न और बुंदेलखंड अंचल की उपरोक्त रेल लाइनों के बारे में कुछ ठोस बात नहीं कहेंगे तो जनता भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकती है, और करना भी चाहिए ।
श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि आम जनता से अपील करूंगा की सरकार के ऊपर दबाव डालने का यह सही समय है । इसका इस्तेमाल करें और प्रधानमंत्री को साफ बता
दें की अगर डॉक्टर गौर को भारत रत्न नहीं बुंदेलखंड को रेल लाइन नहीं तो फिर
भाजपा को वोट नहीं ।
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