Gour Utsav,Cultural Programe

Gour Utsav-किसानों का घर टपकता है तब भी दुआ बारिश की करता है

सागर वॉच/
डॉ. हरिसिंह गौर विवि के सांस्कृतिक परिषद द्वारा आयोजित किए जा रहे 9 दिवसीय गौर गौरव उत्सव के तृतीय दिवस में मिमिक्री एवम भाषण प्रतियोगिता विवि के स्वर्ण जयंती सभागार में संपन्न हुई। मिमिक्री में छात्रों ने जानवरों, फिल्मी कलाकारों, नेताओं, वाहनों आदि की आवाज़ों को निकाल कर दर्शकों को खूब हंसाया। छात्र प्रदीप रजक ने मुर्गे, गधे और कुत्ते की आवाज़ निकल कर वाह वाही लूट ली।

भाषण प्रतियोगिता के विषय "आत्मनिर्भर भारत एवम ग्रामीण विकास" पर छात्र कुलदीप केशरवानी ने लिज़्जत पापड़ कंपनी का उदाहरण देते हुए, अपना वक्तव्य दिया जोकि सात महिलाओं से शुरू हुई थी और आज 45 हजार महिलाए उसके द्वारा रोजगार प्राप्त कर रही हैं। अदिति नाहर ने कोविड 19 के बाद विश्व गुरु बनने पर भारत की जीत पर जोर दिया। दीनदयाल अहिरवार ने डॉ हरिसिंह गौर के उदाहरण से आत्मनिर्भरता पर विचार रखे। केतुल जैन ने वर्तमान सरकार की चुनौतियों पर विचार रखे। महक देवलिया ने कहा कि गांधी के पदचिन्ह ही आत्मनिर्भरता की नींव है। अलीशा आफरीन खान ने स्वदेशी औषधियों और खान पान पर जोर दिया। ऋतिक नागर ने केरल और तमिलनाडु की सरकारों के द्वारा पंचायतों को दिए अधिकारों की बात कही। रिती तिवारी ने भारतीय किसानों की पारंपरिक तरीकों पर जोर देने की बात कही। साहिल खान ने मेक इन इंडिया पर विचार रखे।
मिमिक्री प्रतियोगिता में सात स्कूलों ने भाग लिया ,तथा भाषण प्रतियोगिता में विभिन्न स्कूलों के 37 छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
भाषण प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ. किरण आर्य, डॉ. बबलू राय, डॉ. अरविंद कुमार गौतम एवम मिमिक्री विधा के निर्णायक डॉ. राकेश सोनी, श्री बालमुकुंद अहिरवार, एवम श्री राघवेन्द्र सिंह लोधी थे।
कार्यक्रम के अतिथि विवि के प्रभारी कुलपति प्रो. पी के कठल, प्रो. आर के त्रिवेदी, डॉ. राजू टंडन, प्राचार्यबीटीआईई महाविद्यालय, डॉ. आशीष पटैरिया, प्राचार्य बीकेपी महाविद्यालय थे ।
उपसंहार तथा आभार ,राष्ट्रीय छात्र सांसद के विजयी छात्र प्रताप राज तिवारी ने पढ़ा।मंच संचालन छात्रा अर्ची, देवकुमार, सौरभ एवम श्रुति ने किया ।
गौर गौरव दिवस के चतुर्थ दिवस में आचार्य शंकर भवन में दोपहर 12 बजे से ललित कलाओं , पेंटिंग, पोस्टर , रंगोली आदि की प्रतियोगिता आयोजित की जावेगी।
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