India's-Top-100-Education-Institutes-राष्ट्रीय-वरीयता-सूची-में-सागर-विवि-नहीं-मिला-कोई-स्थान


सागर वॉच भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी देश के श्रेष्ठ 100 शिक्षण संस्थानों की वरीयता सूची में प्रदेश का केवल दो  शिक्षण संस्थान ही  स्थान पा सके  हैं। करोड़ों की लागत से व प्रोफेसरों को लाखों रूपए महीने का वेतन देने वाले सागर स्थित डॉ. हरिसिंह केन्द्रीय विश्वविद्यालय का तो इन सूचियों से दूर-दूर का नाता नजर नहीं आ रहा है।


मद्रास स्थित भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थान इस वरीयता सूची में पहले स्थान पर है और हमारे पडोसी प्रदेश उत्तर प्रदेश की कानपूर स्थित आईआईटी  और  हिंदू विश्वविद्यालय को पहले 10 संस्थानों में   शामिल हैं । जबकि मप्र के केवल दो शैक्षिणिक संस्थान - क्रमशः इंदौर स्थित भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान 18 वें और  भोपाल स्थित भारतीय वैज्ञानिक शिक्षा एवं शोध संस्थान राष्ट्रीयता सूची में 50 वें स्थान पर  ही इस वरीयता सूची में  स्थान हासिल कर सके हैं ।

आश्चर्य होता है कि मप्र का सबसे पहले विश्वविद्यालय के रूप में जाने जाने वाले डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्वालय शैक्षणिक स्तर के लिहाज से देश के अग्रणी संस्थानों की दौड़ में इतना पिछड़ता क्यों जा रहा है। 

Also Read: Media Watch-मप्र में मीडिया पर नजर रखने जिलों में शुरू हुए नियंत्रण कक्ष

हालांकि स्थानीय लोग बताते हैं कि जब से विश्वविद्यालय के शिक्षकों का मन बच्चों को पढ़ाने से ज्यादा प्रशासनिक पदों को हासिल करने में लगा है तब से विश्वविद्यालय के शैक्षणिक स्तर में गिरावट आना शुरू हुई है। विश्वविद्यालय के जिम्मेदार बुद्धिजीवी  विषयों पर शोध से ज्यादा ध्यान आपसी खींचतान में एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगाते नजर आ रहे है।


Share To:

Sagar Watch

Post A Comment:

0 comments so far,add yours