Rajghat-Tested-Negative-For-Corona-नहीं-मिला-राजघाट-के-पानी-में-कोरोना-का-संक्रमण-विधायक

Report@Chaitanya Soni
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सागर वाॅच@
कोरोना संक्रमण के फैलाव की रफ्तार से देश भर में अफरा-तफरी का माहौल नजर आ रहा है। इसी के चलते कोरोना संक्रमण फैलाव में पर लगाम कसने के लिए विशेषज्ञ व जागरूक लोग संक्रमण के फैलाव में वजह बनने वाले कारकों को पहचानने के लिए लीक से हटकर सोचना भी शुरू कर दिया है। इसी दिशा में सागर के विधायक ने शहर को जल की आपूर्ति करने वाले राजघाट व सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से ग्रसित स्थानीय मवेशियों की भी कोरोना जांच कराने की दिशा में पहल की है।

सागर में राजघाट के पानी व पालतू जानवरों आए कोरोना फैलने की आशंका जताई गई है, जिसके बाद राजघाट के पानी के सैम्पल लेकर वायरोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं जिले के कुछ इलाकों में बकरियों व अन्य जानवरों को सर्दी होने व नाक बहने की सूचनाएं हैं। वैटनरी विभाग के माध्यम से इनके सैम्पल कराने के लिए कहा है। 

सागर विधायक शैलेंद्र जैन व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने आशंकाएं जाहिर की थीं कि कहीं पानी में तो वायरस नहीं आ गया है। इसके चलते राजघाट बांध से क्लियर वाटर से एक लीटर पानी व नल से सप्लाई पानी का सैम्पल वायरोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजा गया है। इसके अलावा विशेषज्ञों ने जानवरों में भी कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका जताई है।  इसकी वजह जिले के कुछ इलाकों में पालतू बकरियों और अन्य मवेशियों को सर्दी-जुकाम होने व नाक बहने की जानकारी मिलने को बताया। 

शेरों को कोरोना के बाद जताई गई आशंका

कोरोना के इंसान से इंसान के बीच तेजी से होतेे फैलाव नेे विशेषज्ञों को अलग तरीके सोचने पर मजबूर कर दिया है। बीते दिनों हैदराबाद के नेहरु जूलॉजिकल पार्क में 8 एशियाई शेरों को कोरोना वायरस की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद हड़कम्प मचा हुआ है। देश के सारे अभ्यारण्य को अलर्ट भेजा गया है। इधर हैदराबाद में ही बीते साल सीवर के पानी में कोरोना वायरस की मौजूदगी मिली थी। यह दावा सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी की रिपोर्ट में किया गया था। जिसके बाद सीवरेज को ट्रीटमेंट किया गया था।

जहां एक ओर नगर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार का मानना है कि पानी में कोरोना वायरस नहीं होता है। राजघाट के पानी में इस तरह की आशंका नहीं है। शहर ।के सप्लाई होने वाला पानी पूरी तरह फिल्टर प्रक्रिया के बाद सप्लाई होता है। 

वहीं शहर के विधायक शैलेन्द्र जैन का कहना है कि पानी में कोरोना वायरस व अन्य वायरस होने की रिसर्च हैं। जिस तेजी से वायरस फैल रहा है तो राजघाट व नलों के पानी कल एहतियात के तौर पर लैब में टेस्ट कराने भेजा था। शहरवासियों से जुड़ा मामला है, इसलिए हर शंका, आशंका पर नजर रखना जरूरी है। वैसे पानी में वायरस नहीं मिला है। यह  राहत भरी खबर है। 

विधायक का यह भी कहना है कि पानी व मवेशियों में कोरोना संक्रमण के मामले पहले  सामने आ चुके हैं। जानवरों को सर्दी-जुकाम की खबरें भी हैं। वेटरनरी विभाग के माध्यम से इनके सैम्पल लेकर कोरोना की जांच करा  रहे हैं। हमें कोरोना से निपटने में हर स्तर पर नजर रखना होगी। 


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