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Headlines: अखबारों की आज की सुर्खियाँ 

कोविड-19 संक्रमण से जुड़ी खबरों का दबदबा अखबारों में बदस्तूर बना हुआ है। हालांकि खेती-किसानी की खबरें भी लगातार सामने आ रहीं हैं।

कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए अंशकाल के लिए जिले की अस्पतालों व स्वास्थ्य विभाग में स्वास्थ्य कर्मी भर्ती किए गए थे।प्रदेश सरकार द्वारा जारी ताजा आदेश के तहत इनमें से 50 फीसदी कर्मचारियों को हटाया जा रहा है। शासन के आदेश के विरोध में अंशकालिक कर्मचारी सीएमएचओ कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। ये कर्मचारी सरकार से इन्हें संविदा में संविलियन की मांग भी कर रहे हैं। यह खबर  लगभग सभी अखबारों ने प्रमुखता से लेकिन मिलते-जुलते शीर्षक से लगाई है। नवभारत और दैनिक आचरण  ने इस खबर को अपनी पहली सुर्खी बनाया है। वहीं नवदुनिया और दैनिक भास्कर ने भी इसी खबर को अंदर के पृष्ठों पर प्रमुखता से छापा है।

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अखिल भारतीय दिगंबर जैन गोलापूर्व महासभा के ऑनलाइन युवक-युवती परिचय सम्मेलन की खबर को लगभग सभी अखबारों में स्थान मिला। नवभारत और दैनिक आचरण ने  “युवक-युवतियों ने ऑनलाइन परिचय दिया” शीर्षक से इस खबर को लिया। वहीं दैनिक भास्कर ने “जीवन साथी चयन के लिए डिजिटल मंच पर युवाओं ने रखी बात...” शीर्षक से इस खबर को उठाया।

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लीक से हटकर खबर

नवदुनिया ने सरकारों की एक अच्छी योजना के घटिया प्रबंधन को उजागर करने वाली खबर लगाई है। शीर्षक “40 दिन में कैसे होगी स्कूलों में पानी की व्यवस्था” से लगाई खबर में अखबार ने चिंता जताई है कि जल जीवन मिशन सरकार की अहम योजना है । जलस्रोत विहीन शालाओं व आंगनवाड़ी केन्द्रों में 100 दिन के अंदर पेयजल मुहैया कराने के संकल्प के साथ गांधी जयंती पर शुरू हुई इस योजना के 60 दिन बीत चुके हैै। शेष दिनों में  जिले में चिन्हित 302 शालाओं व आंगनवाड़ी केन्द्रों में पेयजल स्रोत कैसे चालू हो पाएंगे।

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फाॅलोअप

दैनिक आचरण ने तिली में बने मछली बाजार पर खबर लगाई है। दैनिक भास्कर ने भी 19 अक्टूबर को इस विषय पर मिलते-जुलते शीर्षक व नजरिए से इस विषय पर खबर लगाई थी। दैनिक आचरण द्वारा शीर्षक “गलत प्लानिंग के चलते नहीं बन सका फिश मार्केट, अब नया बनेगा” से लगाई खबर में भी नगर निगम अपने पूर्व मे दिए बयान पर कायम है कि तिली की भवन मछली बाजार के लिए था और वो मीट बाजार बना रहे हैं। मत्स्य विभाग चाहेगा तो निगम मछली बाजार का भवन खाली कर देंगें।

नवदुनिया खेती-किसानी विषय पर लगातार खबरें लगा कर अन्य अखबारों से बढ़त बनाए हुए है। इसी विषय पर आज अखबार ने दो प्रेरक ख़बरें लगाईं हैं । एक  खबर में अरहर की फसल को तुषार से बचाने के लिए किसानों को सीख दी गई है वहीं दूसरी खबर खेती को लाभ का धंधा बताने वाली है।  

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अरहर की खेती से जुड़ी खबर में बताया है कि कैसे केवलारी कलां के किसान धनीराम गुप्ता ने कृषि विज्ञान केन्द्र की सलाह पर, तय समय जुलाई से दो माह पूर्व ही, अरहर की बोवाई कर दी। जिसके चलते उनकी फसल तेज ठंड व तुषार का दौर शुरू होने से पहले ही पक कर कटने को तैयार हो गई। खबर में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक ने धनीराम गुप्ता को ऐसा पहला कृषक बताया है जिसने बोवाई से पहले विज्ञान केन्द्र की मदद ली और अपनी फसल को तुषार के खतरे से बचा लिया।

खेती-किसानी को लाभ का धंधा बताने वाली खबर में बताया है कनेरा गौंड गांव के किसान बढ़चढ़ कर मिर्ची की खेती कर रहे हैं। संकर प्रजाति के बीज वाली मिर्ची की फसल 60 दिन में पक जाती है। जिस की हर दूसरे-तीसरे दिन तुड़ाई कर बाजार भेजा जाता है। बाजार में इस मिर्ची की मांग भी बहुत है। खबर में गांव के कृषक प्रीतम के हवाले से बताया है कि नकद की फसल होने से किसानों को अच्छा मुनाफा दे रही है।

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