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Headlines : अख़बारों की आज की सुर्खियाँ 

आज सभी अखबारों ने राहतगढ़ जलप्रपात पर हुए हादसे की खबर को सुर्खियों में छापा है  इसके अलावा स्मार्ट सिटी की  आगामी परियोजनाओं के बारे में भी अखबारों ने विस्तार से खबरें छापी हैं।

दैनिक भास्कर ने सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डाॅ. हरि सिंह गौर की जयंती पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय द्वारा जुलूस नहीं निकाले जाने के फैसले के खिलाफ शुरू की अपनी मुहिम के तहत एक और बड़ी खबर को पहली सुर्खी बनाया हैै।

 खबर में विवि के फैसले के विरोध में विवि के पूर्व छात्रों व प्रदेश सरकार के वर्तमान व पूर्व मंत्रियों के बयान भी छपे हैं। खबर में कलेक्टर का भी बयान है कि आयोजन के सिलसिले में विश्वविद्यालय की ओर से अभी तक कोई संपर्क ही नहीं किया गया।

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नवभारत ने राहतगढ़ हादसे को अपनी पहली सुर्खी बनाया है लेकिन कलेक्टर द्वारा कोविड19 की समीक्षा बैठक की खबर भी  प्रमुखता से छापी है। खबर में हरदिन कम से कम एक हजार लोगों के नमूनों की जांच किए जाने के कलेक्टर के निर्देश को शीर्षक बनाया है।

दैनिक आचरण अखबार ने खाद्य सुरक्षा विभाग की लापरवाही को उजागर करने वाली खबर को पहली सुर्खी बनाया है। ”सेहत न बिगाड़ दे मिलावटी खोवा”  शीर्षक से छापी इस खबर में बताया गया है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण व एफएसएसआई के दिशा-निर्देशों का पालन  मिष्ठान की दुकानों पर नहीं किया जा रहा है। खबर में इन दिशा-निर्देशों के उल्लंघन पर तय सजा एवं जुर्माने का उल्लेख है।

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सागर वाॅच (खबर से हटकर)यह खबर जिस अंदाज मे लिखी गई है उसे पढ़कर लगता है कि खबर त्यौहारों सेे पहले प्रकाशित होती तो कुछ ज्यादा असर छोड़ती। लोग मिलावटी खोवा से बनी  मिठाई खाने से भी बच जाते। खबर में खाद्य सुरक्षा मानकों की अवहेलना करने वालों की कोई मामला भी नजर आता तो विभाग दबाव मे आ सकता था।

हालांकि इसी विषय पर दैनिक भास्कर ने भी खबर छापी है। जो ज्यादा असर छोड़ने वाली व प्रासंगिक नजर आती है। जिसमें खुलासा किया है कि त्यौहारों के बीत जाने के बाद खाद्य विभाग ने कार्रवाई शुरू की है। जबकि कार्रवाई शुरू होने से पहले ही मिलावटी खोवा विक्रेता मलामाल हो चुके हैं। 

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नवदुनिया ने भी मिलावट के खिलाफ कलेक्टर के निर्देश पर विभिन्न विभागों द्वारा मिलावटखोरी के खिलाफ अभियान शुरू किए जाने की खबर को प्रमुखता से छापा हैं। खबर मे बताया है कि कलेक्टर ने हाल ही में मिलावट की जांच के लिए चलित प्रयोगशाला को हरी झंडी दिखाई थी लेकिन उसके द्वारा की गईं जांच की कार्रवाईंयां जांच से ज्यादा समझाईश ज्यादा नजर आयीं।

आज भी स्मार्ट सिटी की समीक्षा बैठक व शहर के कबूला पुल, परेड मंदिर व मकरोनिया चौराहे को विकसित किए जाने की खबर को अखबारों ने विस्तार से छापा है। यह खबर केवल दैनिक आचरण ने हिन्दी शीर्षक “विभिन्न परियोजनाओं प्रारंभ करने के लिए दी स्वीकृति” से छापी बाकी अखबारों में दैनिक भास्कर ने “पेन एरिया सिटी के परेड मंदिर, कबूलापुल और मकरोनिया चैराहे का होगा डेवलपमेंट” शीर्षक से, नवभारत ने “पेन सिटी एरिया में केंट और मकरोनिया शामिल” शीर्षक से, नवदुनिया ने “तंग गलियों में फायर फाईटिंग बाईक से बुझेगी आग” शीर्षक से छपी।

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सागर वाॅच (खबर से हटकर) स्मार्ट सिटी के कामकाज से जुड़ी खबरों को प्रायः सभी अखबार पूरी तवज्जो के साथ छापते हैं। आधे-आधे पृष्ठ की जगह देते हैं। लेकिन स्मार्ट सिटी की समीक्षा बैठकों या नई परियोजनाओं की जानकारी देने वाली खबरें हिंदी अखबारों मे छपने के बाद भी अंग्रेजी का शब्दकोश की मदद लिए बिना पूरी तरह से समझ पाना मुश्किल नजर आता है। खबर मे सभी अखबारों ने “पेन सिटी एरिया“ शब्द का प्रयोग किया है लेकिन पेन सिटी का तात्पर्य क्या है यह पाठकों को अखबारों द्वारा समझाया जाना बाकी नजर आ रहा है।

 OFFBEAT NEWS : लीक से हटकर खबर

दैनिक आचरण ने बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय पर केन्द्रित खबर में बताया है कि बुनियादी सुविधाओं को विकसित नहीं कर पाने व कमियों को दूर नहीं कर पाने के चलते महाविद्यालय को अतिरिक्त 150 सीटों के विस्तार के लिए मिलने वाली मान्यता संकट में आ गई है।

नवदुनिया ने वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरूआत होने से पहले ही फूलों के भावों में तेजी आनी की खबर छापी है। खबर में  बताया है कि त्यौहारों के समय भी फूल पिछले सालों के मुकाबले दोगुने ज्यादा दामों पर बिके हैं।

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